रातो रात खांसी और सांस फूलने की समस्या दूर करने के लिए घरेलू उपाय
Khansi Aur Sans Fulne Ki Ayurvedic Dawa |
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क्या आपको भी खांसी और सांस फुलने की समस्या हैं और आप इस समस्या से परेशान होकर खांसी और सांस फूलने की आयुर्वेदिक दवा की तलाश कर रहे हैं। अगर हा तो आप सही जगह पर आये हैं। पिछले कई सालो से दमा और अस्थमा ने अपने पैर फैला रखे हैं। अस्थमा किसी भी उम्र के इन्सान को हो सकता हैं चाहे छोटा हो या बुढे सभी को होता हैं। इसी समस्या को देखते हुए हमने ये सोचा की क्यूँ ना हम इस Khansi Aur Sans Fulne Ki Ayurvedic Dawa पर एक लेख लिख डे जिसकी मदद आप खांसी और सांस फुलने की समस्या से दूर हो जाये और आपका स्वास्थ अच्छा रहे। तो चलिए देखते हैं खांसी और सांस फूलने की आयुर्वेदिक दवा कौन सी हैं?
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खांसी और सांस फूलने की समस्या दूर करने के लिए आयुर्वेदिक दवा
1. खांसी और सांस फूलने के लिए वासाका के फायदे
वासाका को आधातोदावसिका या मालाबार नट के रुप में जाना जाता हैं। यह श्वसन संबधी बिमारीयो के लिए लोकप्रिय आयुर्वेदिक उपचार हैं। यह श्वसन प्रणाली को मजबूत करता हैं और फेफडो को साफ करता हैं और ब्रोंकाइटिस, टीबी और अन्य फेफड़ों की बिमारीयो का इलाज करता हैं। खांसी और सर्दी के लक्षणो से राहत पाने के लिए वासाका के पत्तो से बनी ड्रिंक पिने से फायदा होगा।
2. खांसी और सांस फूलने के लिए हर्बल टी के फायदे
लंग्न में बलगम या कफ जमा हो या अस्थमा की समस्या हो तो हर्बल टी बहुत काम आयेगी। आयुर्वेदिक जडी बुटीयो से बनी हर्बल टी पिने से उनकी गर्माहट से कफ या बलगम पतली हो जाती हैं और बाहर निकलने लगती हैं। अजवायन, तुलसी, काली मिर्च और अदरक के मिश्रण से बनी हर्बल चाय अस्थमा के रोगीयो के लिए बेहतर उपाय हैं क्यूकी यह कफ को खत्म करती हैं।
3. खांसी और सांस फूलने के लिए मुलेठी के फायदे
मुलेठी को यष्टिमधु भी कहते हैं, आयुर्वेद के अनुसार यह कफ की एक उत्तम औषधी हैं जो कफ को गले में जमने से रोकती हैं। मुलेठी में कफ को शांत करने वाले गुण होते हैं। अस्थमा के मरीजो के लिए यह काफी उपयोगी हैं,इससे गले में कम नहीं जमता हैं और खांसी से जल्दी राहत मिलती हैं।
4. खांसी और सांस फूलने के लिए अजवायन और लौंग के फायदे
अजवायन और लौंग फायदेमंद थंड में अस्थमा के रोगी को यदी अजवायन के बीज और लॉंग की समान मात्रा का 5Gram चूर्ण प्रतिदिन दिया जाये तो काफी फायदा होता हैं। यदी बिजो को भुणकर एक सुती कपडे में लपेट लिया जाये और रात को तकीये के नजदिक रखा जाये तो दमा, सर्दी, खांसी के रोगीयो को रात को निंद में सांस लेने में तक्लिफ नहीं होती हैं।
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5. खांसी और सांस फूलने के लिए शहद और प्याज के फायदे
1 ग्लास गर्म पाणी में 1 चम्मच शहद और थोडा प्याज का रस और थोडी सी काली मिर्च मिलाकर पिये। ये लंग्स को साफ करेगी और कफ और बलगम को आसानी से पिघला देगी। इससे कंजेशन दूर होगा और सांस लेना आसान होगा।
6. खांसी और सांस फूलने के लिए अडूसा के फायदे
असूसा एक औषधीय पैधा हैं जिसकी पत्तीया अस्थमा के इलाज में बेहत फायदेमंद हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर अडुसा की पत्तियो का उपयोग अस्थमा के लक्षणो को कम करणार में प्रमुखता से करते हैं। अडुसा की पत्तीयो में श्वासनली को फैलाने का गुण पाया जाता हैं और इसके सेवन से सांस लेने में समस्या से आराम मिलता हैं।
7. खांसी और सांस फूलने के लिए सरसों का तेल की मसाज के फायदे
सरसो के टेल में लहसून और आजवाईन मिलाकर पका ले और इस टेल से सिने पर मालिश करे। कफ पिघलने लगेगी। मालिश करने से फेफडो को गर्माहट मिलती हैं जिससे छाती में जमा कफ दूर होता हैं और सांस लेना आसान बनता हैं।
8. खांसी और सांस फूलने के लिए पिप्पली के फायदे
पिप्पली सर्दी और खांसी के इलाज के लिए एक प्रभावी जडी बुटी हैं। आयुर्वेद के अनुसार यह श्वसन तंत्र के लिए वरदान हैं। इसका सक्रिय घटक पिपेरीन फेफडे की कार्यक्षमता बढाने के अलावा कफ खत्म और संक्रमण से बचने में सहायक हैं। इसके पाउडर में शहद मिलाकर लेने से फेफडो की समस्या से राहत मिल सकती हैं।
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