नजला जुकाम की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
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आज के इस Najla Jukam Ki Dawa Patanjali ब्लॉग पोस्ट हम आपको सर्दी,जुकाम की दवाई के बारे में बताने वाले हैं, तो चलिये देखते हैं। सर्दी जुकाम की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि आपके काम आ सकती हैं, नजला एलर्जी की दवा से आप तुरंत प्रभावी ढंग से ठीक हो सकते हैं।
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नजला जुकाम की पतंजलि 3 बेस्ट आयुर्वेदिक दवा
1. दिव्य श्वासारि क्वाथ के फायदे
पतंजलि दिव्य श्वासारि क्वाथ में मुलेठी, काला अडूसा, सफेद वसाका, बनफसा, काली मिर्च, सेकरुम ऑफ़िसिनारियम, अमलटस भृंगराज, इलायची, दालचीनी, अदरक, लिशोद, तेज पत्र, सोंठ, लौंग, तुलसी की पत्तियां, छोटी पीपल ETC मिला होता हैं। जो श्वास से जुडी समस्याओ और खांसी को दूर करने में फायदेमंद होते हैं।
दिव्य श्वासारि क्वाथ के फायदे
- फेफडो और श्वासन प्रणाली मजबूत बनाता हैं।
- सर्दी, खाँसी, जुकाम और कफ से राहत दिलाता है।
- यह पतंजलि दिव्य श्वासारि क्वाथ साइनोसाइटिस, टीबी और क्रोनिक कफ में है फायदेमंद।
- ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) का उपचार करता है और ब्रांकिओल्स (Bronchioles) के सूजन को कम करने में मदद करता हैं।
पतंजलि दिव्य श्वासारि क्वाथ का उपयोग कैसें करे?
1 चम्मच पाउडर को 1.5 ग्लास पाणी में मिलाकर उबाले, जब पाणी 1 ग्लास या उससे कम हो जाये तो पी ले।
नोट:
इस पतंजलि दिव्य श्वासारि क्वाथ का उपयोग करने से पहले लेबल को जरूर पढे। सलाह दि गई खुराक से अधिक सेवन न करे, और बच्चों की पहुच से दूर रखे।
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2. दिव्य श्वासारि रस के फायदे
पतंजलि दिव्य स्वरस रस में मुलेठी, लवंग, दालचीनी, काकड़ासिंगी, सोंठ, छोटी पीपल, अभ्रक भस्म, मुक्ता शुक्ति भस्म, और कपर्दक भस्म जैसे कई आयुर्वेदिक जडी-बुटीयो का मिश्रण शामिल हैं।
दिव्य श्वासारि क्वाथ के फायदे:
यह पतंजली रस साइनोसाइटीस से राहत दिलाता हैं और क्रोनिक कफ दूर करता हैं।
अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सर्दी, जुकाम, खाँसी अन्य कई स्वस्थ संबधी समस्याओ को दूर करता हैं।
फोफडो को मजबूत करता हैं और इम्युनिटी बढाता हैं।
खास तौर से साइनोसाइटिस के लिए बहुत हि फायदेमंद हैं।
दिव्य श्वासारि क्वाथ का इस्तेमाल कैसें करें:
इस दिव्य श्वासारि क्वाथ का उपयोग करना आपको पतंजली से खरीद लेते हैं तो आपको वही कर्मचारी बतायेंगे।
नोट:
पॅकेट में दि गई जानकारी अच्छे से पढकर इस्तेमाल करे, इसके साथ ओव्हरडोज न ले, बच्चों से दूर रखे।
3. पतंजलि दिव्य सहचरादि तैल के फायदे
यह पतंजलि दिव्य सहचरादि तैल एक आयुर्वेदिक हर्बल तेल हैं जो वाट असंतुलन ठीक करता हैं। मांसपेशियों और जोडो के एठण में उपयोग किया जाता हैं। राइनाइटिस और साइनसाइटिस से राहत दिलाने में भी मदद करता हैं।
पतंजलि दिव्य सहचरादि तैल का इस्तेमाल कैसें करें:
फिजिशियन द्वारा बतायें गये तरिके के अनुसार हि इस पतंजलि दिव्य सहचरादि तैल का उपयोग करना चाहिए।
नजला जुकाम की दवा पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
नजले में कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?
नजले में आपको न्यूलिफाई टैबलेट लेनी चाहिए क्यूकी यह 2 दवाओ का मिश्रण हैं, जो एलर्जी के करणं नाक बहना और छिकने राहत दिलाती हैं।
नजले को जड़ से खत्म कैसे करें?
नजले को जड़ से खत्म करने के लिए दिव्य श्वासारि प्रवाही का उपयोग करना चाहिए, यह सर्दी, खाँसी, जुकाम और कफ जमा होने जैसी बीमारियों को खत्म करने में मदद करता हैं।
पुराने से पुराना नजला जुकाम कैसे ठीक करें?
पुराने से पुराना नजला जुकाम ठीक करने के लिए तेजपत्ते का इस्तेमाल करणा चाहिए।
बार बार नजला होने का क्या कारण है?
बार बार नजला होने का कारण धूल और पॉल्यूशन हो सकता हैं, याद रहे की इसके वजह से आपको अस्थमा भी हो सकता हैं।
नजला और जुकाम में क्या अंतर है?
जुकाम को आमतौर पर नैसोफैरिनजाइटिस, राइनोफैरिनजाइटिस और नाम से जाना जाता हैं।
नजला में क्या नहीं खाना चाहिए?
नजला में ये खट्टी चीजे, नींबू, संतरे और डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन नहीं करना चाहिए इसका सेवन करने से सर्दी-जुकाम बढ़ सकता है।
जुकाम के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
जुकाम के लिए सबसे अच्छी दवा कोल्ड बेस्ट टैबलेट हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्ष जरूर कर ले।
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